Saturday, 20 December 2014

Hindi haiku - chhutti ka din / new year nav varsh

मेरे कुछ हाइकु

पृथ्वी का शुरू
एक और चक्कर
नूतन वर्ष

अब बाँचेंगे
इतिहास के पन्ने
वर्ष को बीते 

विलीन हुआ
अतीत के पृष्ठों में
वर्ष पिछला

देकर गया
उम्मीद भरा नया
विगत वर्ष

किसने छीना
अट्ठारह मुझसे
उन्नीस दीन्हा  

एस. डी. तिवारी 

नयी उमंग
लेकर आया संग
वर्ष नवल

चढ़े उत्कर्ष
स्वागत नव वर्ष
बरसो हर्ष

नूतन वर्ष
एक वर्ष उम्र की
हुई घटौती

नया उन्माद
नए साल जायेंगे
नयी कक्षा में

नए साल में
गर्भवती की गोद
नव आमोद / नया अतिथि

प्रतीक्षा होती
कर्मी को हर साल
वेतन वृद्धि

पूरी हो चाह
पाने की नए साल
नयी ऊंचाई

रहे शुभान
शुभकामना मेरी
नवल साल

लाएगा संग
आशाओं की किरण
नया विहान

सृजित होंगे
अभिनव हाइकु
नए वर्ष में

वर्ष में नए
चलो मिल के छू लें 
नई ऊंचाई

वर्ष नूतन
ले आये सर्वोत्तम 
प्रत्येक दिन

नए वर्ष में
आएंगे मेहमान
करोड़ों नए

संकल्प लिए
बुनेंगे स्वप्न नए
वर्ष में नए

होता बहाना
नव वर्ष मानना
नए जोश का

नया साल तो
बहाना भरने का
उत्साह नया

भूल सकल
मने वर्ष नवल
पिछले क्षोभ

मंगलमय
हो खुशियों से भरा
नूतन वर्ष


*****

बिता देता हूँ
सर्दियों की धूप में
छुट्टी के दिन

देर से उठेंगे
न कोई मारा मारी
छुट्टी के दिन

नाइंसाफी है
सप्ताह में एक ही
छुट्टी का दिन

कर लें थोड़ी
घर की सफाई भी
छुट्टी के दिन

पूरा कर लें
घटे बढे सामान
छुट्टी का दिन

अगली बार
जायेंगे पिकनिक
छुट्टी के दिन

व्यस्त हो जाता
मेहमान आ जाता
छुट्टी के दिन

 अच्छे लगते
वे ही दिन जो होते

छुट्टी के दिन

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