मित्रो/माननीय कवियों ,
आप के सृजित सुन्दर हाइकू पढ़कर मैं अत्यंत ही अभिभूत हूँ. 'बच्चों का घर' पढ़कर लगा बचपन लौट आया है. एक से बढ़कर एक उत्तम व नयी नयी सोच तथा उनसे ढाले गए हाइकू अत्यंत सराहनीय रहे.. इसी क्रम में मै एक और वाक्यांश आप को दे रहा हूँ :
'चाय की चुस्की'
आजकल ठण्ड के मौसम में चाय की चुस्की का महत्व और बढ़ जाता है. अब आईये हाइकू की चुस्की से ठण्ड भगाएं. पहले की भांति यहाँ भी आपके हाइकू में यह वाक्यांश 'चाय की चुस्की' समाहित होनी चाहिए, मैं अपने लिखे दो हाइकू यहाँ दे रहा हूँ
कुछ उनकी
कुछ अपनी बीती
चाय की चुस्की
कुछ अपनी बीती
चाय की चुस्की
सर्द मौसम
दिन में कई बार
चाय की चुस्की
दिन में कई बार
चाय की चुस्की
18.12.2014
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