मित्रो/सदस्यों/माननीय कवियों
मेरी एक पंक्ति को हाइकू में परिवर्तित करने हेतु आज जो पंक्ति मैं आप को देने जा रहा हूँ आपके मुंह में पानी अवश्य भर देगा. जी हाँ, वह पंक्ति है
मेरी एक पंक्ति को हाइकू में परिवर्तित करने हेतु आज जो पंक्ति मैं आप को देने जा रहा हूँ आपके मुंह में पानी अवश्य भर देगा. जी हाँ, वह पंक्ति है
'आम का रस' अथवा 'आम का फल'.
जैसा कि आप जानते हैं आम फलों का राजा है और हम भारतियों का गर्व. शायद ही कोई भारतीय होगा जिसने आम का रसास्वादन न किया हो. आप अपनी प्रथम या अंतिम पंक्ति में उपरोक्त वाक्यांशों का प्रयोग करते हुए ऐसा हाइकू लिखे कि पाठकों के मुह में पानी आ जाये. ध्यान रहे कि हाइकू कि संख्या बढ़ाने के फेर में उसके मूल तत्वों से समझौता न करें. हाइकू की आत्मा होती है अचंभित करने वाला तत्त्व. आप चाहें तो अपने हाइकू में प्रथम या अंतिम शब्द 'आम' का प्रयोग करके भी लिख सकते हैं. मैं पपने लिखे दो हाइकू उदाहरण एवं प्रेरणा हेतु यहाँ प्रस्तुत कर रहा हूँ:
कितना खा लो
मन नहीं भरता
आम का फल
मन नहीं भरता
आम का फल
मन हो जाये
दिव्य स्वाद में तर
आम का रस
दिव्य स्वाद में तर
आम का रस
अब आप बिना मौसम के भी अपनी लेखनी से आम के स्वाद व रस की अनुभूति करा दें
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