कानून बौना क्यों है?
कानून हुआ इतना बौना, क्यों है?
किसी के हाथ का खिलौना, क्यों है?
कोई दसियों वर्ष, कैद काट निर्दोष।
कोई पकड़ से दूर, सिद्ध हो के भी दोष।
किसी के लिए तो काँटों की राह,
किसी का नरम बिछौना, क्यों है?
कहीं बन जाता है जाति का आधार।
किसी का क़ानून से चलता व्यापार।
फांस लेता कोई, झूठ बोल दूजे को,
आखिर करता काम घिनौना, क्यों है?
चलता है कोई, लिए जेब में कानून।
सुखा लेता कोई, न्याय पाने में खून।
कौन से दलदल में है, ये जकड़ा पड़ा,
न्याय चाहने वालों का डरौना, क्यों है?
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