Friday, 20 March 2015

Haiku Jai mata ki / Durga

मित्रो/सदस्यों/माननीय कवियों
नवरात्रि का पर्व प्रारम्भ हो गया है और आज से नौ दिन यानी कि रामनवमी तक माँ दुर्गा के हैं. पूरा भारत वर्ष जग जननी माँ दुर्गा के भक्ति भाव में डूबा हुआ है.  रामनवमी का दिन मर्यादा पुरुषोत्तम श्री रामचन्द्र के जन्म दिवस के रूप में भी जाना जाता है. इस उपलक्ष्य में अपने भक्ति भाव भरे हाइकू से आप को मेरी इन दो पंक्तियों में से एक को पूरा करना है -

      'तू भव तारे'   या   ' जय माता की '

उदहारण के लिए मेरे निम्न  दो हाइकू प्रस्तुत हैं

कल्याणमयी
संकट हरणी माँ
तू भव तारे

जो भी पुकारे
माँ उसको उबारे
तू भव तारे

एस० डी० तिवारी

तू ही करती
माँ भव का उद्भव 
भव तारिणी 

तेरी शरण 
माँ सबका उद्धार 
तू भव तारे

तेरे बालक
हम तेरे सहारे
तू भव तारे

जय माता की
मंत्र से प्रसन्न हो
तू भव तारे

मैं हूँ शरण
माँ कृपा बरसा रे
तू भव तारे

जिसका चाहे
माँ तू भाग्य सवाँरे
तू भव तारे

जग रक्षा को
शुम्भ निशुम्भ मारे
तू भव तारे

मधु कैटभ
रक्तबीज संहारे
तू भव तारे

तुझी से देवी
देवताओं की शक्ति
तू भव तारे

देवी! तू देती
वर विधाता को भी
तू भव तारे

सम्पूर्ण सृष्टि
तेरे वश में देवी
तू भव तारे

जीवन नैया
माँ तू है खेवईया
तू भाव तारे

जग, जननी!
तुझसे उजियारा
तू भव तारे

सभी संकट
माँ तू पल में हारे
तू भव तारे



पालनहारी
शक्तिभूता सृष्टि की
जय माता की

शक्ति दायिनी
देवताओं को तू ही
जय माता की

एक ही मंत्र
दूर हों कई कष्ट
'जय माता की'

माँ से विनती
भरे झोली सबकी
जय माता की

दुःख हो दूर
जो करे जयकारा
जय माता की

प्रेम से बोले
है कृपा बरसाती
जय माता की

भक्ति करते
ऋषि मुनि देवता
जय माता की

सुख करनी
नमो नमो माँ दुर्गे
तू भव तारे

सिद्धिदात्री माँ
पूरे हों मनोरथ
तू भव तारे

तुझसे ही माँ
यह जग रक्षित
तू भव तारे

देती सद्बुद्धि
करते हैं सदा जो  
तेरी ही भक्ति

करती है माँ
पुरुषार्थ की सिद्धि
तेरी ही भक्ति

सुख संपन्न
कर के होता जन
तेरी ही भक्ति

रक्षा करती
हर पग सबकी
माँ तेरी भक्ति

जो भी करता
सारे वैभव पाता
माँ तेरी भक्ति



देती है देवी
देवताओं को शक्ति
तेरी ही भक्ति 

तेरी शरण
माँ सबका उद्धार
लगाना पार

सम्पूर्ण सृष्टि
तेरे वश में देवी
लगाना पार

भंवर फंसी
माँ अपनी नईया
लगाना पार

जग, जननी!
तुझसे उजियारा
होता है सारा

सभी संकट
माँ तू पल में हारे
लगाना पार

तू करती माँ
भक्तों के कल्याणार्थ
दैत्य दलन

आता जो द्वारे
कर देती माँ पूरी
मनोकामना

तू ही सहारा
माँ नष्ट कर सारा
जग से पाप 



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