Thursday, 5 February 2015

Tu katil hai meri

तू कातिल है मेरी
सांस तो मैं ले रहा हूँ
पर जान नहीं है बाकी
तूने मेरा क़त्ल किया है
ले जाएगी वर्दी खाकी
तू कातिल है मेरी
तेरे लिए मैं तड़प रहा था
तूने ना की मेरी परवा
सोच रखा था मैंने मन में
कभी रखेगी व्रत करवा
बारात की जगह निकाली तूने
मेरे दिल की  झांकी
तू कातिल है .
पहले तो तूने प्यार लुटाया
अब झाड़ लिया है पल्ला
जो तेरे दिल का हीरो था
तुझको दिखता है झल्ला
गली मोहल्ले में फिरती तू
बनी अलबेली बाँकी
तू कातिल ...
मैं भी कोई कम नहीं हूँ
सपनों में तेरे आऊंगा
तूने जैसे मुझे सताया
मैं भी तुझे सताऊंगा
जी जाऊंगा फिर से मैं
जो अब भी तूने हाँ की
तू कातिल ..

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