Friday, 13 December 2013

Bhojpuri geet


बाबा वंश नारायण बाबा बाणन बड़भागी जी  
गोदी में खेलावलं पोता परपोता हो । 
सोने क सीढिया चढावेलं तनय दुलरू 
पा के खुश होलन परदादा बंश नारायण बाबा। 
सोने क सीढिया चढावेलं तनिष्क दुलरू 
पा के खुश होलन परदादा बंश नारायण बाबा। 
सीढ़ी पर चढ़ के लिहन अन्न धन सोनवा जी  
विष्णु जी दिहन आशीष हो। 
सीढ़ी पर चढ़ के माँगिहैं सुख संपत्ति काया हो 
शिव शंभू दिहन आशीष हो। 
सीढ़ी पर चढ़ के मँगिहं सौ पीढ़ी क मंगल हो  
ब्रह्मा जी दिहन आशीष हो।  


जईबों हम चौक पे,
खाइबो भर रोप के, 
दोनवा में पानी पूरी। 

डोसा बा, सिंघारा बा, 
चाट क चटकारा बा, 
आलू क टिक्की बा, 
छोला आ पठूरा बा। 
खाइबो हम जउने जूरी। 

पटरी के बाजार ना, 
जाये के बा माल माँ,  
कीने के बा झुमका, बिंदी,  
अबकी त्यौहार माँ। 
करबों हम साध पूरी।  

बसवा में भीड़ बा, 
जमुना के तीर बा, 
गरे से झपट ले ला, 
पहिरबों जंजीर ना। 
पड़ जाई नजर बुरी। 

सासू जी अईहन त,
उनके ई घुमयिहं त, 
फिरो मौका नाहीं मिली, 
संगे लागल रहिहन त।  

हो जाई बड़ मज़बूरी। 



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का करीं दईया, सजन घरे आईल।   
का  करीं दईया कि जिया घबराईल। 

सज धज के छत पर बइठल
साजन का राह निहारीं  रे। 
का पकाईं, का खियाईं
सोचते अंगना बुहारी  रे। 
झूमे लागल घर दुआर, अंगना चहचहाईल। 

मोर नाचे बगिया में
मन मोर, मोरे अंगना। 
पियवा पियवा गावे मनवाँ 
खन खन बाजे कंगना। 
दुनिया भर क ख़ुशी आके, मनवा में समाईल। 

रिमझिम बरसे, नैना तरसे
मौसम निकल न जाये रे। 
जल्दी होखे साँझ क बेला 
सजना घुंघुट उठाये रे। 
पल पल अब त भारी लागे, जियरा बउराईल। 


**************

करंट मारतीया। 
हाई वाल्ट क बिजली बीया। 

देखे में ता तितली बा 
गुस्सा देखा ता बिजली बा 
रह रह आग बरसावतिया
अपना के बड़ा लगावतिया।  करंट मारतीया 

एकरा से तू भीडीहा मत 
जान के जान तू दिहा मत 
देखा एके बड़ा घमंड बा 
लागत केतना प्रचंड बा
अपने के का समझतीया।  करंट। । 

हमरा के उ जानत नइखे 
कटिया में फँसायिबों कईसे  
अइसन मारब प्यार क मंतर 
मर मिटिहं उ हमारे ऊपर  
चलल हमरी ओर आवतीया।  

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गाईलिन हम परीक्षा देवे सुना सखी पटना हो। 
कईसे कहीं तोहरा से, कि घट गईल घटना हो। 

भेंटा गईल बस में एगो, छैल छबीला बाबू शहरी।   
पहिरले रहे जींस छेदहुआ बैठ गइल सीट पे हमरी।   
घुसकाल आवे हमारी ओरी सरकीं हम जेतना हो। 

अंग्रेजी में पूछ लेहलस, व्हाट इस योर नेम ?
हमारा के बुझाई गईल, ओकर का बा गेम।  
हमारे नांव घडी घडी, ओकर काम भईल रटना हो। 

परीक्षा ख़तम होते होत, मांगे लागल दिल सजीला। 
कुछ त हो गईल हमरो के, तब्बे से बेचैन रहीला। 
मन में आवत बा सखिया, बना लेईं ओके सजना हो। 


   ****


मोबाइलिया जवाल  हो गईल। 
जिनगी क बवाल हो गईल।  

घडी घडी इनकमिंग क घंटी बजावेला।  
रातिया क सुतलो में लोगवा जगावेला। 
सुत्तल बइठल दुश्वार हो गईल।   
मोबाइलिया जवाल  हो गईल। 

साली से मिले खातिर, जात रहली ससुरारी।   
घरवां से फ़ोन आईल, ले अईहा तरकारी।  
बनल रहे मूड ऑफ हो गईल। 
मोबाइलिया जवाल  हो गईल। 

जहाँ जहाँ जाईला, लोकेशन बतावेला। 
बीबी से कौनो नाहीं, बहाना चल पावेला। 
गोरिया हमार ख़बरदार हो गईल। 
मोबाइलिया जवाल  हो गईल। 
 

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गूगल साईं

कहवाँ उ छिपल बाटे, जानीं ना जान हमरी, 
लेहले आवा ढूंढ के, ए हो गूगल साईं।

गौर एकन मुखड़ा होखे ,
चाँद  उ टुकड़ा होखे,
करिया लम्बा बाल वाली, 
हिरनी जइसन चाल वाली।
गाल होखे लाल ओकर, जईसन होखे पाकल चेरी। 
लेहले आवा ढूंढ के हो  गूगल साईं।

होंठ ओकर रस की बेरी,
अंखिया होखें झील सी गहरी,
शोख सी अदाएं उसकी,
कमर होखे कमल ककड़ी।
दिलवा में रखले होखे, बड़ एकन प्यार की ढेरी। 
लेहले आवा ढूंढ के हो  गूगल साईं।

ऊँच कद काठी क होखे, 
बनल पक्की माटी क होखे।
दे देहलीं कुल हुलिया ओकर,
जवन दिल के माफिक होखे
खोजे में गूगल देवा, करा अब ना तनिको देरी। 

लेहले आवा ढूंढ के हे गूगल साईं।

 

   *****



हम ता बदनाम भाईलीन 
मुन्नी के चुन्नी दे के 
दीवाना सुबह शाम भाईलीन , मुन्नी   … 

हर कोई मरेला, ओकरी मतवाली चाल पर।  
सब कोई मोहला, मुन्नी की गुलाबी गाल पर।   
जन्नत हम पा गईलीं, मुन्नी ... 

मुन्नी की रंगवा से, रात क अन्हरिया भागे। 
मुन्नी की ठुमका से, भोजपुर कुल हिल्ले लागे।   
हमहुँ प्रणाम कईलीं,  मुन्नी   … 

सतरंगी चुन्नी हम त, कीने बनारस गईलीं। 
जोलहा से लेके ओमे, सलमा सितारा जडवली।   
इश्क सरेआम कइलीं, मुन्नी   … 

*****************

पढ़ावा  हे गुरु जी
प्रेम क पाठ तनी
पढ़ावा हे गुरूजी

हमरा बतावा एकर
कहवाँ पाठशाला बा
जहवाँ हम  जातानी 
लउकत गड़बड़झाला बा
कौने गुरुकुल में जाईं
बतावा हे गुरूजी
बहकावा अब तू जनि।    

सत्रह के पार भईलीन
कुछु हम जानत नाहीं
एन्ने ओन्ने मनवा भटके
हमरा से मानत नाहीं
समझावा हे गुरूजी
कईसे आपन बात बनी। 

जब जब हम  जाईला 
सिवान आ बजरिया रे 
लोगवा लगवले रहेला  
हमरे पर नजरिया रे 
छोड़ावा हे गुरु जी 
लागल जे होखे शनी। 


*************

उमड़ल बड़ प्यार रामा 
प्यार  क खुमार रमा
तब्बो हम नाहीं पउलीं 
सजना हमार रामा।

खेत खलिहान घुमली
सांझे बिहान घुमलिन
हाट बाजार गईलीं
मेला महार गइलीं
तबो हम नाहीं पउलीं 
बलमा  हमार रामा।

नदी और नारे खोजलीं 
पोखरा किनारे खोजलीं 
पापा और काका खोजलन
नाना और मामा खोजलन
तबो देखा नाहीं मिललन 
पियवा हमार रामा।

बनारस, गाजीपुर गइलीं 
पटना, हाजीपुर गईलीं 
दिल्ली, कलकत्ता गइलीं
मुंबई अलबत्ता गईलीं
तबो हम नाहीं पउलीं 
सांवरा  हमार रामा।

मईया का नाम लेहलीं
माता के धाम गईलीं
हमरा के खोजत रहलन
सजना हमार रामा।

****


डीओ लगायके अईलू, बड़ा गमकत बाड़ू हो।  
पूनम की अँजोरिआ मतिर, गोरी चमकत बाड़ू हो। 
तन मन धन से हम त, भईल हे तोहार बानीं। 
जानम हम तोहरा से बस, कय रहल प्यार बानीं।   
पजरा आवे की जगह, अउरी बरकत बाड़ू हो।  
केतना लगवले बानीं, प्यार क हम हो मक्खन। 
तू त बस धरत बाड़ू, मटकी की उप्पर ढक्कन।    
हमारी ओरिया काहे ना, तू त सरकत बाड़ू हो। 
जवानी के घेरले बाड़ू, हमार तू बादर बन के। 
जेठ तू बनवले बाड़ू, जिनगी की एहि सावन के। 
खेतवा त सुखाये लागल, तबो न बरसत बाड़ू हो। 

  ***

होत रहे गोरी तोहरी, प्यार का बरसात हो।  
भीजत रहीं हम गोरी, ओमे दिन रात हो। 
घेरले रहा हमें तू, जईसे सावन भादों रे। 
मनवा नाचे मोर बन, घन अम्बर में साजो रे।
उफन जाय ताल तलैया, मनवा ना अघाय हो।    
बाग़, बगइचा, खेत फूले, माह चयित बैसाख रे। 
कूके लागे कोयल रानी, भौंरा लगें मँडराय रे।  
अमवा क डढ़िया जईसे, जाय जिया बौराय हो। 
कुवार, कातिक, अगहन, पूस, होखे जेठ, आषाढ़ रे।
तोहरी प्यार क कम न होखे तनिको गोरी बाढ़ रे।  
जियरा हमार जुड़ात रहे, जईसे कि पूस माघ हो। 

  ****

अपने जनि मरा तू, हमरा के ना मारा हो 
हमनी क त बानीं जा, एक दूजे क सहारा हो। 
 किनारा 
खेवे के बा एके नईया, पार तू उतारा हो। 



 **** 

भोजपुर के बासी हम, भोजपुरी बा भाषा
पियेके पानी दे  ता संगे भेलि बताशा
भोजपुर में हम बसल
हरियर खेत, भरल खलिहान
सुनहर  शाम  रुपहला बिहान
सबसे मीठ सबसे मृदुल भासा
गंगा जी की  गोद में
कशी से पटना तक
शिव 

***

1
हे हो कंप्यूटर बाबा, तनी पतरी मिला दा ना। 
कुछु त कइके बाबा,अठरह गुण बइठा दा ना। 

डॉट कॉम से खोजले बानीं। 
मन का रानी सोचले बानीं। 
इतना पसंद हमरा के 
मन में ओके पोषले बानीं। 
हमनी के कइसे निभी, बस एतना भर बता दा ना। 

सनम का ब्यौरा ला  तू। 
जानम का नाम ला तू। 
जनम का तारीख ला तू
जनम का स्थान ला तू। 
ना होखे काटे लायक, तू अइसन बना दा ना। 

देखे में उ नीक बाटे। 
पढलो  लिखल ठीक बाटे। 
बोली त बा एतना बढ़िया
सुग्गी जइसन मीठ बाटे। 
ग्रह मैत्री कइसन बाटे, इहो तनी जता दा ना। 


2
छोड़े के गईलन गवनवा
हो मोरे पियवा
चल गइल विदेश सजनवा
हो मोरे पियवा
नौकरी खोजे गईलन परदेश
हमारा के छोड़लन नईहरवां
हो मोरे पियवा
कैसे करब हम बतिया उनसे
दे के न गईलन एगो फोनवा
हो  मोरे  पियवा
जानी न हम ईमेल मैसेज
उनसे कईसे भेजीं संदेश्वा
हो मोरे पियवा
कैसे कैसे काटी हम दिन रतियाँ
जगले हो जाला बिहनवा
हो  मोरे पियवा

********************

कईले  बानीं तोहरे, हम त असरा, हे गोरी। 
कब ले तू अइबू,  हमरे पजरा, हे गोरी। 

देखते देखत तू भईलु जवान हो 
तोहरे नांव रहल हमरे जबान हो 
काहे के देखावतारु, एतना नखरा, हे गोरी। 

देखलि न रूप अइसन सगरो जहान में। 
चमकेला सोना जैसे सोनार दुकान में। 
गमकतारु लगा के, गमकउआ गजरा, हे गोरी

बहरा निकलीहा त लगा लिहा कजरा ए हो। 
नजर न लगे तोहके  होखे नाहीं खतरा ए हो। 
धीरे से आ जईहा, तोड़ के पहरा, हे गोरी। 


*****************

जिया धक धक करेला
जनि ताका हो अंखिया में अँखियाँ डाल
कल न पर तब तक
जनि ताका। ..




*******************

ले के आ गइलें बाबूजी, मोरे अंगना हो,
कांचे काँचे नौ ठो बांस रे। 
पूछें न जाचें मोसे, भैया आ चाचा हो; 
अंगना में देहलन ओके गाड़ रे। 
होखत बा तैयारी, हमके बुझात बाटे हो, 
उखाड़े के जड़ अब हमार रे। 
बाबूजी पर भई गइलीं, काहे अब भार हो,
बाटे उमिरिया अबहीं  कांच रे। 
घोर  के बइठली माई, कोसी में हरदी हो,
भेजे खातिर मोहे ससुरार रे। 


*******************

बोतल में लियाईल पियवा सवत हमार हो। 
साँझ बिहाने कइले बा जिंदगी दुस्वार हो। 

महफ़िल खोजेला, रामा महफ़िल खोजेला हो 
हमारा के छोड़ पियवा घरवा में अकेला हो। 
घूमत रहेला, कतहुँ घूमत रहेला हो 
दोस्तन की आगे हमार कदर ना करेला हो। 
कइसे अइसन में होई जिंदगी ई पार हो।

घर क ना चिंता ओकरा दोस्तन में रहेला,
संगहिं घुमेला, अरे राम संगहिं घुमेला हो। 
लेला ढकेल अपनी, मुहवाँ में हिक भर
पड़ल रहेला कतहुँ, पड़ल रहेला हो। 
वोही सौतन क बाते केतना अत्याचार हो।  

घर में हम काटीं रतिया अकेले जोहत ओके,
जियरा रोयेला रतिया, जियरा रोयेला हो। 
ससुई ननदैया देलिन, हमरे के दोष हो
करेजा चिरेला बोलिया, करेजा चिरेला हो। 
देबों हम अर्जी कुछ करे जे सरकार हो। 


**************

डंडा पर बइठा के चललीन
साईकिल पंचर हो गईल। 
चले के पड़ल पैदल गोरी के
प्यार में खंजर हो गईल। 

डाँड़े मेढ़े चले के पड़ल
टेकइअउले साईकिल दूर। 
जउनि और निकलीं लोगवा 
गोरिया के देखे घूर। 
रूप ओकर अइसन सुन्दर 
राह क मंजर हो गईल। 

कहलिन गोरिया रुका तनी
कमाय के कीन देबों कार। 
कहला पर हमरी तनिको
ओकरा होखे ना विस्वास। 
बहुत मुश्किल प्यार के रस्ता
गहीर समुन्दर हो गईल। 

जइसे तइसे मेहनत कइके
थोरे जुटवलीं पइसा। 
ले गाईलिन माल घुमावे
खियवलीं बर्गर पिज्जा। 
कान का किनलीन झुमका ओके  
प्यार का मंतर हो गईल। 


  ******************
 
महुआ (पूरबी गीत) 

कैसे हम काटब दईया, अकेले ई रैन हो।  
महुआ पियाय के मधु, करेला बेचैन हो। 
 
ऋतुराज आयी गइलें, पिया अबे नाहीं अइलें,   
चुये लागल हे सखिया! महुआ के फूल।  

एहि चइते मधुमास में, रही गईलिन आस में, 
छुए लागल हे सखिया, महुआ के फूल। 

चंपा गुलाब फूलल, रे वन में पलाश फूलल,  
फूले लागल हे सखिया, महुआ के फूल। 

उजर उजर रतिया में, फइलल अजोरिया में, 
महके लागल हे सखिया, महुआ के फूल।   

पियावेला अकेले 'देवा' रसवा ले आयी हवा, 
चढ़े लागल हे सखिया, महुआ के फूल।  

 
  ********


गिटपिट बोलेले  अंग्रेजी रे गोरिया। 
भईल विलायती छोड़ भोजपुरिया। 

अरे लव यू, लव यू हम का जानी रे। 
ओकरा के हम त प्यार करत बानी रे।  
ले आईबी नियरे फेंक, लामे से डोरिया। 
गिटपिट। . 

ओकरी नियर खूबसूरत नइखे जहान में।
 बड़ा नीक लागेले, कसल परिधान में। 
नाजुक बा कमरिया, उखी के पोरिया। 
गिटपिट  .. 

उज्जर त अइसन बा, चाँद आसमान में। 
सुत्तत जागत रहेले, हमरी उ ध्यान में। 
निकलले राती, हो जाले अँजोरिया। 
गिटपिट . 

**************

करवट में कटलीं सारी रात पिया तोहरी बिना 
मिलल नाहीं नींद की सौगात पिया तोहरी बिना

कइके इशारा, ऋतु प्यार का बोलवलस मगर, 
भईल ना हमनी क मुलाकात पिया तोहरी बिना 

खिड़की से झांक जब अकेले उ पाऊलिन हमारा, 
चाँद आईके देहलस  साथ पिया तोहरी बिना

छीन लेले बाड़ू तू, चुप रहे  आदत पहिलहीं,
सपनन में करीला हम बात पिया तोहरी बिना

हवा के महाकवत रहल रात  रानी खिल के,
छेड़त रहल हमरा के बिन बात पिया तोहरी बिना

सज धज के आयिल अम्बर से चांदनी नीचे, 
हमारा जँचल ना तरईन क बारात पिया तोहरी बिना

घुमड़ के मेघ घेरलस, मगर तरसवलस मोहन ,
एहि ठौर न भईल बरसातपिया तोहरी बिना 

******

उहो दिन आयी,  हमारा के तू चाहे लगबू 
मुहब्बत  सलीका तुहूं निबाहे लगबू 

झंकबू  सही माने में, हमरी दिल में गोरी ,
उल्फत  हर बात हमार, सराहे लगबू 

चलल बाटू बाजार में पावे के मुहब्बत तू
खा लोगे धोखा तोदेने उलाहने लगोगे। 

सच्ची मुहब्बत नाहीं, मिली ए जमाना में,
जब खा लेबू चोट कहीं तू , कराहे लगबू 

तोहरे खातिर धइले हम, इश्क बानीं दिल में
बेरुखी की ही बातेंतुम भी दाहने लगोगे 

बना के रखले बाड़ू, केहू अउरी की देहल रेत से
कच्चा वोहि महलन के, अपनही ढाहे लगबू

खा लेबू ठोकर जब, सगरे एहि जहान ,   
हमरी प्यार की गहराई के तू थाहे लगबू 

 ******


पीर बड़ी है दिल में, कहो दिखाऊं कैसे?
उलझन में पड़ी जिंदगी, सुलझाऊँ कैसे?

उन बातों ने मेरा हाल बनाया ऐसा,
दिल पागल सा फिरता है, समझाऊँ कैसे?

झड़ चुके हैं पत्ते भी फूलों के बाद अब,
पतझड़ में अपना उपवन, महकाऊँ कैसे?

कौन भरा है, सम्बन्धों में खटास  इतना
फट चुका है दूध, दही अब, जमाऊँ कैसे।

जिंदगी को तुमने कर के मरुस्थल छोड़ा,
बोये उन काटों में फूल, खिलाऊँ कैसे।

देर से जल रहा हूँ, नीर न डाला कोई, 
विरह की उठी लपटें ऊँची, बुझाऊँ कैसे।

जिन गलियों से सालों का वास्ता एसडी,
उनको यूँ ही छोड़ कर, चला जाऊं कैसे।

 ****

साग खोटे ना जाइब माई, सांड घुमत बा। 
का खईले बा ना जानी, नशा में झूमत बा। 
का करि कहवाँ पटकी 
केतना चोख सींग ओकर 
ओकरी आगे चली न कउनो जोर 
चूमत बा
जुम्मत बा
सुनत बा
खुनस 

****** 


डीओ लगायके अईलू बड़ा गमकत बाड़ू हो
पूनम क जईसे अँजोरिआ तू चमकत बाड़ू हो  


 *****

हॉट रहे तोहरा प्यार का बरसात हो 
भीजत रहीं हम ोमे दिन रात हो 

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