bu
vka[kksa us fd;k vtwck
[kk x;s ge [kM+s gh /kks[kk
[kk x;s ge [kM+s gh /kks[kk
ns[kdj fdlh vUtkus dks
[kksyk }kj fny esa ?kqlus dk
bu
vka[kksa us fd;k vtwck
igqapk x;s tc fny
ds vUnj
fd;k cUn }kj fudyus dk
bu
vka[kksa us fd;k vtwck
rLohj clk yh mudh vUnj
jkt mxy fn;k ckgj fny dk
bu
vka[kksa us fd;k vtwck
clk;k vUnj uwj cukdj
fcu mu vka[kksa esa D;k
bu
vka[kksa us fd;k vtwck
gkrha tks j[kokyk fny dk
fgLlsnkj cuha ogh xeksa dk
bu
vka[kksa us fd;k vtwck
इन आँखों ने किया अजूबा।
खा गए हम खड़े ही धोखा।
देख कर किसी अनजाने को
खोला द्वार दिल में घुसने का।
इन आँखों ने किया अजूबा।
पहुंचा कोई जब दिल के अंदर
बंद किया द्वार निकलने का।
इन आँखों ने किया अजूबा।
तस्वीर बसा ली उनकी अंदर
राज उगल दिया बाहर दिल का।
इन आँखों ने किया अजूबा।
बसाया अंदर नूर बनाकर
देखे बिन उन आँखों में क्या।
इन आँखों ने किया अजूबा।
होतीं जो रखवाला दिल का
बन गयीं हिस्सेदार गमों का।
इन आँखों ने किया अजूबा।
एस० डी० तिवारी
इन आँखों ने किया अजूबा।
खा गए हम खड़े ही धोखा।
देख कर किसी अनजाने को
खोला द्वार दिल में घुसने का।
इन आँखों ने किया अजूबा।
पहुंचा कोई जब दिल के अंदर
बंद किया द्वार निकलने का।
इन आँखों ने किया अजूबा।
तस्वीर बसा ली उनकी अंदर
राज उगल दिया बाहर दिल का।
इन आँखों ने किया अजूबा।
बसाया अंदर नूर बनाकर
देखे बिन उन आँखों में क्या।
इन आँखों ने किया अजूबा।
होतीं जो रखवाला दिल का
बन गयीं हिस्सेदार गमों का।
इन आँखों ने किया अजूबा।
एस० डी० तिवारी
No comments:
Post a Comment