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काला सुरमा सज जाता है आँखों में।
चार चाँद सा लग जाता है आँखों में।
पलकों पर खींच जाने से रेखा काली
एक जादू सा उतर जाता है आँखों में।
कजरारी आँखों का चला काला जादू
दीवानों की चढ़ जाता है आँखों में।
ऑंखें देख लेती हैं सजीं ऑंखें जब
इश्क का जोर भर जाता है आँखों में।
आँखों को भा जाय तस्वीर आँखों की
कोई बरबस बस जाता है आँखों में।
दो से चार होने को तड़पतीं ऑंखें
दिल का खत छप जाता है आँखों में।
आँखों से ऑंखें होतीं ओझल एसडी
सैलाव सा बह जाता है आँखों में।
एस० डी० तिवारी
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कजरारी आँखों का चला काला जादू
दीवानों की चढ़ जाता है आँखों में।
ऑंखें देख लेती हैं सजीं ऑंखें जब
इश्क का जोर भर जाता है आँखों में।
कोई बरबस बस जाता है आँखों में।
दिल का खत छप जाता है आँखों में।
आँखों से ऑंखें होतीं ओझल एसडी
सैलाव सा बह जाता है आँखों में।
एस० डी० तिवारी
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