Wednesday, 9 October 2019

Swachh Bharat

मेरा स्वच्छ भारत - गीत

स्वर्ग सा भारत देश बनेगा।
स्वच्छ, शुचि परिवेश बनेगा।

सोच में परिवर्तन लाकर,
शिष्टता में संवर्धन लाकर,
भारत को स्वच्छ बनाना है,
आचरण में आनंदन लाकर।
आदर्शों का लोकेश बनेगा। स्वर्ग सा  ....

स्वच्छ तन और स्वच्छ मन;
स्वच्छ गली और घर आंगन;
स्वच्छ होगा जल, थल, वायु;
स्वच्छ राजनीति का दामन।
संसार का स्वच्छेश बनेगा। स्वर्ग सा  ....

मैल का जाल न पसरा होगा,
फैला ना कूड़ा-कचरा होगा।
स्वस्थ रहेगा सारा भारत, 
अगर यह साफ-सुथरा होगा।
पावनता का निकेश बनेगा। स्वर्ग सा  ....

स्वच्छ और सुन्दर स्थान,
देखकर ही आते भगवान।
हो देवलोक समकक्ष भारत,
ठाना है हमने अनुष्ठान।
पृथ्वी पर लोक विशेष बनेगा। स्वर्ग सा  ....

एस. डी. तिवारी

rnsahu1984 gmail
अध्यक्ष
राज रचना कला एवं साहित्य समिति
सप्तमूर्ति मंदिर के पास
मुर्राभट्टी, गाँधी नगर,
गुढ़ियारी रायपुर
छत्तीसगढ़ ४९२०११

महोदय,

'मेरा भारत स्वच्छ भारत' के नाम से प्रकाशित होने वाले राष्ट्रीय साहित्य संकलन हेतु मैं अपनी रचना एवं परिचय संलग्न कर रहा हूँ। उम्मीद है कि इसे आप अपने उक्त कार्यक्रम के अनुकूल व उपयोगी पाएंगे। प्रस्तावित सहयोग राशि मैं आपके खाते में जमा करा दूंगा तथा रसीद की छाया प्रति व्हाट्सप्प से भेज दूंगा।
सादर,

आपका
एस. डी. तिवारी


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