आयुष
आयुष को अपनाओ प्यारे।
दुष्कर रोग भगाओ प्यारे।
प्रकृति में है छुपा खजाना।
स्वास्थ्य का, आयुष ने जाना।
होम्यो और योग का मंत्र,
इसने बड़ी भली पहचाना।
स्वस्थ जीवन बिताओ प्यारे।
आयुष को ...
चुन चुन कर जड़ी बूटी।
लाकर के सुखाकर कूटी।
आयुर्वेद की गुणकारी,
बनाए आसव और वटी।
कष्ट से मुक्ति पाओ प्यारे।
वेद पुराणों का है ज्ञान।
और भरा इसमें संधान।
जन जन को निरोग रखेगा,
और करेगा आयुष्मान।
अपनी आयु बढ़ाओ प्यारे।
आयुष को अपनाओ प्यारे।
दुष्कर रोग भगाओ प्यारे।
प्रकृति में है छुपा खजाना।
स्वास्थ्य का, आयुष ने जाना।
होम्यो और योग का मंत्र,
इसने बड़ी भली पहचाना।
स्वस्थ जीवन बिताओ प्यारे।
आयुष को ...
चुन चुन कर जड़ी बूटी।
लाकर के सुखाकर कूटी।
आयुर्वेद की गुणकारी,
बनाए आसव और वटी।
कष्ट से मुक्ति पाओ प्यारे।
वेद पुराणों का है ज्ञान।
और भरा इसमें संधान।
जन जन को निरोग रखेगा,
और करेगा आयुष्मान।
अपनी आयु बढ़ाओ प्यारे।
एस० डी० तिवारी
योग के बल दुनिया, संवरने लगी है।
थकी जिंदगी अब, सुधरने लगी है।
योग से सकते हम, चेतना को जगा।
योग से सकते हम, वेदना को भगा।
बने हैं अनेक योग के विशेष आसन, // बने योग के हैं, अनेकों ही आसान
योग से सकते हम, लगन को लगा।
सही राह अपने, ये चलने लगी है। जिंदगी रूप सुन्दर धरने लगी है
योग के बल ...
रखने में सक्षम, सुन्दर, स्वस्थ तन-मन।
चलता सुचारु, तन, मन, बुद्धि, जीवन।
अपनाया है जिसने योग साधना को,
अपने पर वो ही कर पाया नियंत्रण।
जिंदगी संतुलित अब रहने लगी है।
योग के बल ...
लिए स्वस्थ भारत का सपना है योग।
तन, मन की सतत साधना है ये योग।
रखने को सबका, स्वतः सुखी जीवन,
रोगों को भगाने का, हांकना है योग।
नित शक्ति आत्मिक भी बढ़ने लगी है।
योग के बल ...
सदियाँ से भारत, रहा अग्रणी है।
जग को सिखाया, योगों की कड़ी है।
चला आ रहा है, वेदों से चिरंतन,
योग की दुनिया, अब तन के खड़ी है।
जयगान भारत की करने लगी है।
योग के बल ...
एस० डी० तिवारी
योग ने मनुष्य को संवार दिया।
जिंदगी थकी को भी, सुधार दिया।
चेतना जगाने का मन्त्र है योग।
वेदना भगाने का यंत्र है योग।
मन, बुद्धि पर नियंत्रण रखने का,
सबसे सरल, उत्तम, तंत्र है योग।
जीवन की सुंदरता को निखार दिया।
योग ने ...
स्वस्थ भारत का, सपना है योग।
तन, मन की सतत साधना है योग।
सबकी रखता निरोग, सुन्दर काया,
सुखों का नियोग, अपना है योग।
आत्मिक शक्ति और सुविचार दिया।
योग ने ...
सदियों से भारत, रहा है अग्रणी।
विश्व को सिखाया, योगों की कड़ी।
वेदों से रहा चमत्कार, चिरंतन,
योग की दुनिया अब भी, तन के खड़ी।
जयगान भारत की संसार किया।
योग ने ...
एस० डी० तिवारी
योग के बल दुनिया, संवरने लगी है।
थकी जिंदगी अब, सुधरने लगी है।
योग से सकते हम, चेतना को जगा।
योग से सकते हम, वेदना को भगा।
बने हैं अनेक योग के विशेष आसन, // बने योग के हैं, अनेकों ही आसान
योग से सकते हम, लगन को लगा।
सही राह अपने, ये चलने लगी है। जिंदगी रूप सुन्दर धरने लगी है
योग के बल ...
रखने में सक्षम, सुन्दर, स्वस्थ तन-मन।
चलता सुचारु, तन, मन, बुद्धि, जीवन।
अपनाया है जिसने योग साधना को,
अपने पर वो ही कर पाया नियंत्रण।
जिंदगी संतुलित अब रहने लगी है।
योग के बल ...
लिए स्वस्थ भारत का सपना है योग।
तन, मन की सतत साधना है ये योग।
रखने को सबका, स्वतः सुखी जीवन,
रोगों को भगाने का, हांकना है योग।
नित शक्ति आत्मिक भी बढ़ने लगी है।
योग के बल ...
सदियाँ से भारत, रहा अग्रणी है।
जग को सिखाया, योगों की कड़ी है।
चला आ रहा है, वेदों से चिरंतन,
योग की दुनिया, अब तन के खड़ी है।
जयगान भारत की करने लगी है।
योग के बल ...
एस० डी० तिवारी
योग ने मनुष्य को संवार दिया।
जिंदगी थकी को भी, सुधार दिया।
चेतना जगाने का मन्त्र है योग।
वेदना भगाने का यंत्र है योग।
मन, बुद्धि पर नियंत्रण रखने का,
सबसे सरल, उत्तम, तंत्र है योग।
जीवन की सुंदरता को निखार दिया।
योग ने ...
स्वस्थ भारत का, सपना है योग।
तन, मन की सतत साधना है योग।
सबकी रखता निरोग, सुन्दर काया,
सुखों का नियोग, अपना है योग।
आत्मिक शक्ति और सुविचार दिया।
योग ने ...
सदियों से भारत, रहा है अग्रणी।
विश्व को सिखाया, योगों की कड़ी।
वेदों से रहा चमत्कार, चिरंतन,
योग की दुनिया अब भी, तन के खड़ी।
जयगान भारत की संसार किया।
योग ने ...
एस० डी० तिवारी
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