मेरे घर में
रहते चूहे बिल्ली
फिर भी मेरा
किया उत्पात
कुतर के कपडे
चूहे की जात
देख के डरी
गृहिणी के मकड़ी
हाथ में झाड़ू
एक कमरा
माँ बाप बेटा बहू
बीच में पर्दा
पुरानी साड़ी
बनकर के पर्दा
टांड पे टंगी
पुराने वस्त्र
रक्खी बांध गट्ठर
बर्तन हेतु
बच्चों से घिरा
कटता तरबूज
फांक के लिए
फ्रिज की चोरी
बबली की चुगली
पकड़ी गयी
पुरानी पैंट
बनाई काट कर
माँ ने निकर
सारी कमाई
रख के आधे पेट
खा गयी दवाई
दान में मिला
इस सर्दी कम्बल
वह भी फटा
कर दी आज
दोनों की खटपट
रसोई बंद
धुल न पाई
सोनी की यूनिफार्म
स्कूल की छुट्टी
बातों में लगी
चूल्हे को बुझा दिया
दूध उफन
महक आई
छोड़ भागी रसोई
धारावाहिक
जोर का लगा
बिजली का झटका
देख के बिल
चाय समोसा
आये मेहमानों ने
खूब भकोसा
गुड़िया दुखी
उसकी गुड़िया की
टंगरी टूटी
देख के खाली
पड़ोसन के जा ली
चीनी का डब्बा
द्वार भिखारी
भीतर चली गयी
बोल के सारी
गुड़िया रूठी
आया न उसका
************
नग्न दिखता
आदमी गरीबी में
स्त्री अमीरी में
गरीब खाता
बात बात पे चांटा
बगैर खता
आंसू बहाता
गरीब का ना होता
पोंछने वाला
चिंता में जीता
घर में होती बेटी
निर्धन पिता
सयानी बेटी
रातों की भी ले लेती
दीन की नींद
दोनों न देना
साथ में खुदा
रखता पास
बेशक न हो धन
गरीब दुआ
दिखा जाता है
गरीब जान कर
कोई भी आंख
धनी को मिट्टी
बीमार कर देती
दीन का खेल
होता है भूखा
गरीब दो रोटी का
धनी धन का
पति के साथ
कट गयी तंगी में
बेटे से आस
बिखरा दूध
दाल पीकर सोया
रात में शिशु
थाली की रोटी
लेकर भागा कुत्ता
रो रहा बच्चा
मिली है साडी
तीन साल के बाद
होली पे नयी
दुकान पर
बेटे की पढ़ाई में
चांदी का कड़ा
बिल्ली भी जाती
गरीब के ही घर
कुछ पा जाती
थोड़ी सी दही
पानी नमक डाल
अटाई मट्ठा
सूखे की मार
दोनों नन्हों को ले के
मायके गयी
रात में शिशु
थाली की रोटी
लेकर भागा कुत्ता
रो रहा बच्चा
मिली है साडी
तीन साल के बाद
होली पे नयी
दुकान पर
बेटे की पढ़ाई में
चांदी का कड़ा
बिल्ली भी जाती
गरीब के ही घर
कुछ पा जाती
थोड़ी सी दही
पानी नमक डाल
अटाई मट्ठा
सूखे की मार
दोनों नन्हों को ले के
मायके गयी
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