मोतियन की लड़ी
गर्व से झूमी
मोतियन की लड़ी
गले में पड़ी
ले आये पिया
मोतियन की लड़ी
डोरी थी बड़ी
मुक्ता की माला
पहनी तो सास की
आँखों में गड़ी
कीमत बढ़ी
अंगूठी की जैसे ही
मोती से जड़ी
मोती की लड़ी
थी दुकान में धरी
मन में चढ़ी
मोती का हार
खोया तो बह चली
अश्रु की झड़ी
जाकर मढ़े
जैसे ही मोती
हो जाता अनमोल
सीप से कढ़े
ग्रह की शांति
पहन के अंगूठी
मोती की जड़ी
कोई न मोल
रह जाये जो मोती
सीप में पड़ी
पहने हार
मन की शांति बड़ी
मुक्ता की जड़ी
चमक रहा
अंगूठी में सफ़ेद
नन्हां सा चाँद
सीधे ही आई
प्रकृति से जो मोती
कीमती बड़ी
मढ़ी
खड़ी
तुम्हीं तो आये
नींद न आयी
रात देर सुलाने
तुम्हीं तो आये
किरणें भेज
होते भोर जगाने
तुम्हीं तो आये
प्यास लगी जो
जल ले के पिलाने
तुम्हीं तो आये
नग्न थे हम
तन वस्त्र ओढ़ाने
गर्व से झूमी
मोतियन की लड़ी
गले में पड़ी
ले आये पिया
मोतियन की लड़ी
डोरी थी बड़ी
मुक्ता की माला
पहनी तो सास की
आँखों में गड़ी
कीमत बढ़ी
अंगूठी की जैसे ही
मोती से जड़ी
मोती की लड़ी
थी दुकान में धरी
मन में चढ़ी
सखी ले आई
मोतियन की लड़ी
अँखियाँ गड़ीं
मोतियन की लड़ी
अँखियाँ गड़ीं
खोया तो बह चली
अश्रु की झड़ी
कभी हार में
कभी ताज में मोतीजाकर मढ़े
जैसे ही मोती
हो जाता अनमोल
सीप से कढ़े
ग्रह की शांति
पहन के अंगूठी
मोती की जड़ी
कोई न मोल
रह जाये जो मोती
सीप में पड़ी
मन की शांति बड़ी
मुक्ता की जड़ी
अंगूठी में सफ़ेद
नन्हां सा चाँद
सीधे ही आई
प्रकृति से जो मोती
कीमती बड़ी
खड़ी
तुम्हीं तो आये
नींद न आयी
रात देर सुलाने
तुम्हीं तो आये
किरणें भेज
होते भोर जगाने
तुम्हीं तो आये
भूखे थे हम
छींट अन्न खिलाने
तुम्हीं तो आये
छींट अन्न खिलाने
तुम्हीं तो आये
प्यास लगी जो
जल ले के पिलाने
तुम्हीं तो आये
नग्न थे हम
तन वस्त्र ओढ़ाने
तुम्हीं तो आये
सुना था मन
बीच प्यार बसाने
सुना था मन
बीच प्यार बसाने
तुम्हीं तो आये
वर्षा बसंत
ये मौसम सुहाने
तुम्हीं तो लाये
प्यासी अँखियाँ
लिए छवि निराली
ये मौसम सुहाने
तुम्हीं तो लाये
प्यासी अँखियाँ
लिए छवि निराली
तुम्हीं तो आये
जलने लगी
पृथ्वी को नहलाने
जलने लगी
पृथ्वी को नहलाने
तुम्हीं तो आये
काँपा ये जग
लिए धूप गर्माने
काँपा ये जग
लिए धूप गर्माने
तुम्हीं तो आये
तुम आ जाना
मुझमें पड़ा
खालीपन भरने
तुम आ जाना
तुम आ जाना
मुझमें पड़ा
खालीपन भरने
तुम आ जाना
मुझे सुलाने
रात लोरी सुनाने
तुम आ जाना
तुम्हें जोहूंगी
कभी किसी बहाने
तुम आ जाना
नशे का घूँट
भर प्यार पिलाने
तुम आ जाना
रोउंगी जब
मुझे चुप कराने
तुम आ जाना
सजी रहूंगी
नजर को लगाने
तुम आ जाना
बन सहेली
पहेली सुलझाने
तुम आ जाना
करुँगी मैं तो
गलती पे मुस्काने
तुम आ जाना
मुरझा जाए
मन मेरा खिलाने
तुम आ जाना
होऊं उदास
तो हंसाने हंसाने
तुम आ जाना
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