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पिजरे वाला मनवा
उड़ि उड़ि धाये लोभ के मारे
परायी देख लुभाय गयो रे
पिजरे वाला ...
उड़ि उड़ि बैठे महल अटारी
ठाट देख ललचाय गयो रे
पिजरे वाला ...
उड़ि उड़ि देखे पोशाक पहनावा
सुंदरता देख मोहाय गयो रे
पिजरे वाला ...
उड़ि उड़ि बैठे नेता की कुर्सी
चुनाव लड़ने को जाय लियो रे
पिजरे वाला ...
उड़ि उड़ि झांके पडोसी के घर
सुख देख दुःख पाय लियो रे
पिजरे वाला ...
पिजरे वाला मनवा
उड़ि उड़ि धाये लोभ के मारे
परायी देख लुभाय गयो रे
पिजरे वाला ...
उड़ि उड़ि बैठे महल अटारी
ठाट देख ललचाय गयो रे
पिजरे वाला ...
सुंदरता देख मोहाय गयो रे
पिजरे वाला ...
उड़ि उड़ि बैठे नेता की कुर्सी
चुनाव लड़ने को जाय लियो रे
पिजरे वाला ...
सुख देख दुःख पाय लियो रे
पिजरे वाला ...
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तामसी गुण
अधिक लिप्तता अव्यवस्थित जीवन
अनियमित खान पान खाद्य की अनिश्चितता।
सात्विक गुणों की अवहेलना कर
तामसी गुणों की अधिकता।
होगी तो पासगविक प्रवृत्तियां ही पनपेंगी
मन व बुद्धि को अस्वस्थ करेंगी
अशांति असंतोष व विपत्ति बढ़ेगी।
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