Saturday, 14 September 2013

Rajneeti ka jangal

अब जंगल में खर पतवार कहाँ
खर पतवारों का ही जंगल है,
जंगली बन कर रहना सीखो
संभव, तभी तुम्हारा मंगल है

या फिर से पेड़ लगाओ ऐसे
जो फल भी दें, लकड़ी भी  दें
हरे भरे रह छाया भी दें वे
और सुधारें वातावरण भी वे

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