Friday, 12 February 2016

Koi to rishta

सड़क पर खड़ी गाड़ी पुलिस वाला हटा रहा।
वहीँ पर सामान बेचता रेड़ी वाला डटा रहा।
कोई तो रिश्ता होगा।
लगा रखी है करों में  शिक्षा का अधिभार।
बेसुध सरकार, स्कूलों का चलता व्यापार।
कोई तो रिश्ता होगा।
कड़े दण्ड के कानून बने, बेचने पर नकली मॉल।
मिलावटी बिके सामान बिना किसी जंजाल।
कोई तो रिश्ता होगा।
सबके लिए कानून की, सजा की एक किताब।
होता है पर अलग, प्रभावशाली का हिसाब।
कोई तो रिश्ता होगा।
पुलिस की जाँच पर नेता को न होता भरोसा।
जनता की जाँच को पर उसी पुलिस को पोसा।
कोई तो रिश्ता होगा।
समानता के अधिकार का बना हुआ संविधान।
जात पांत के नाम पर बांट दिया हिंदुस्तान।
कोई तो किस्सा होगा। 

No comments:

Post a Comment