मुझे नहीं बनना ऐसा विधायक।
सरकारी साधन अपनों में बाँट न सकूँ,
घोटाला करने वालों से सांठ न सकूँ,
चुनाव लड़ूँ, क्या सुनने को लोक शिकायत?
मुझे नहीं बनना ऐसा विधायक।
चहेतों को सरकारी नौकरी दिला न सकूँ,
साल भर में एकाध करोड़ कमा न सकूँ,
कैसे बन पाउँगा फिर लोक सेवा के लायक,
मुझे...
रिश्तेदारों के हाथ पद सरकारी न हों।
संग काफिला, आठ-दस बंदूकधारी न हों,
विशिष्ट व्यक्ति की अगर हो न कवायत,
मुझे...
यदि साधारण सा जीवन जीना पड़े,
आम आदमी की तरह झेलने हों रोड़े ,
तो भला कौन कहेगा अधिनायक,
मुझे...
अधिकारिओं पर चंदा बाँध न सकूँ,
अय्याशी में जिंदगी काट न सकूँ।
जनता के पैसे से घूमूं नहीं विलायत,
मुझे...
एस. डी. तिवारी
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