Wednesday, 8 January 2014

Nahin banana aam vidhayak


मुझे नहीं बनना ऐसा विधायक। 

सरकारी साधन अपनों में बाँट न सकूँ, 
घोटाला करने वालों से सांठ न सकूँ,  
चुनाव लड़ूँ, क्या सुनने को लोक शिकायत?
मुझे नहीं बनना ऐसा विधायक। 

चहेतों को सरकारी नौकरी दिला न सकूँ, 
साल भर में एकाध करोड़ कमा न सकूँ, 
कैसे बन पाउँगा फिर लोक सेवा के लायक,
मुझे...

रिश्तेदारों के हाथ पद सरकारी न हों।  
संग काफिला, आठ-दस बंदूकधारी न हों,
विशिष्ट व्यक्ति की अगर हो न कवायत,  
मुझे...

यदि साधारण सा जीवन जीना पड़े,  
आम आदमी की तरह झेलने हों रोड़े , 
तो भला कौन कहेगा अधिनायक,
मुझे...

अधिकारिओं पर चंदा बाँध न सकूँ
अय्याशी में जिंदगी काट न सकूँ। 
जनता के पैसे से घूमूं नहीं विलायत,
मुझे...

एस. डी. तिवारी

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